पिछले दिनों हमारी टीम को 82 साल की शूटर दादी, चंद्रो तोमर – जो कि विश्व की सबसे वृद्ध निशानची हैं, से मिलने का मौका मिला| इनका जज़्बा और हिम्मत सभी को प्रेरणा देने लायक है|
उत्तर प्रदेश के बागपत ज़िले में रहने वाली शूटर दादी ने निशानची की ट्रेनिंग शुरू की जब वे 65 साल की थी| “मैं एक दिन अपनी पोती को शूटिंग रेंज ले कर गयी जहाँ उसकी ट्रेनिंग चल रही थी| मेरी पोती काफी घबराई हुई थी और अक्सर ट्रेनिंग रेंज जाने के नाम पर रो भी दिया करती थी| उसे साहस देने के लिए मैंने उससे कहा की मैं भी तेरे साथ शूटिंग सीखूंगी और उसके बाद मुझे निशानेबाजी में बहुत मज़ा आने लगा|”
Shooter Dadi Chandro Tomar को तो पूरी दुनिया जानती है लेकिन सुनिए उनकी जिन्दगी के उन पहलुओ के बारे में जो आपने कभी नहीं सुना होगा! #Women #WomenInSports #WomenEmpowerment
Posted by Centre for Social Research (CSR) India on Friday, 27 July 2018
दिनभर के काम के बाद जब घर में सब सो जाया करते थे तब दादी जी पास ही बने चारा रखने वाले कमरे में जाकर निशानेबाजी की अभ्यास किया करती थी| विश्वभर मैं चंद्रो तोमर जी ने कई प्रतियोगिताएं जीती है और अब वे अपने गावों में बच्चो को निशानेबाजी की ट्रेनिंग मुहैया कराती हैं|
इनके जज़्बे को सलाम|
आज शूटर दादी अपना एक सपना पूरा करना चाह रही है जिसमें वे एक ऐसी स्पोर्ट्स अकादमी बनाना चाहती हैं जहाँ वे बच्चों को निशानेबाजी की अच्छी ट्रेनिंग दे सकें| अगर आप दादी जी के इस सपने को पूरा करने में उनकी मदद करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक पर जाएं और उनकी मदद करें|